2 Mukhi Rudraksha

2 मुखी रुद्राक्ष

2 मुखी रुद्राक्ष - भगवान शिव और देवी पार्वती का दिव्य मिलन

"दो मुखी रुद्राक्ष को देवदेवेश्वर के नाम से जाना जाता है। यह सभी इच्छाओं और आकांक्षाओं को पूरा करता है।"
 शिव पुराण, रुद्राक्ष महात्म्य

आध्यात्मिक महत्व

दो मुखी रुद्राक्ष भगवान शिव और देवी पार्वती के अर्धनारीश्वर रूप का प्रतीक है - जहां आत्मा और मन, शिव और शक्ति, प्रेम और संतुलन, एक हो जाते हैं।
यह महज एक रुद्राक्ष नहीं है, बल्कि एकता, सद्भाव और करुणा का जीवंत प्रतीक है।


लाभ और प्रभाव

  • जीवन में संतुलन, प्रेम और समझ की ऊर्जा को मजबूत करता है।

  • विवाह, साझेदारी और रिश्तों में स्थिरता और मधुरता लाता है।

  • मानसिक एकाग्रता, स्पष्टता और आंतरिक शांति को बढ़ाता है।

  • साधक के हृदय में सहयोग, करुणा और भक्ति की भावना जागृत होती है।

रुद्राक्ष Aakuraa.com पर उपलब्ध है

हमारे सभी रुद्राक्ष प्रामाणिक रूप से नेपाल से प्राप्त होते हैं, जहां उनकी दिव्य ऊर्जा और पारंपरिक महत्व शुद्ध और शक्तिशाली रहते हैं।
प्रत्येक प्राकृतिक रूप से निर्मित रुद्राक्ष अपने आकार, रेखाओं और कंपन में अद्वितीय होता है।
हम शुद्धता और प्रामाणिकता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक मनके का चयन भक्ति और शास्त्रीय परिशुद्धता के साथ करते हैं।

पहनने की विधि

किसी शुभ सोमवार की सुबह पवित्र स्नान करें और भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करें।
शांत मन से "ओम नमः शिवाय" या "ओम अर्धनारीश्वराय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।
फिर आदरपूर्वक रुद्राक्ष को चांदी, पंचधातु या लाल धागे में धारण करें।


aakuraa.com – आपके जीवन में दिव्य कृपा लाने का एक पवित्र माध्यम।

ब्लॉग पर वापस जाएँ

एक टिप्पणी छोड़ें